उत्तराखंड में जल प्रलय! 12 लोगों की मौत | हजार से ज्यादा लोग फंसे
उत्तराखंड में जल प्रलय! अभीतक 12 लोगों की मौत | गंगोत्री हाईवे पर 3 हजार से ज्यादा लोग फंसे
उत्तराखंड में अब तक 12 मौतःमुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड आने वाले यात्रियों से अपील की है कि फिलहाल मौसम साफ न होने तक सफर न करें. आपदा कंट्रोल विभाग भी लोगों से यही अपील कर रहा है कि अगर जरूरी न हो तो घरों से बाहर न निकले. उत्तराखंड में अब तक 5 दिनों के भीतर 12 लोगों की मौत हो चुकी है. जिसमें ज्यादातर हादसे पहाड़ी बोल्डर गिरने की वजह से हुई है.भारी बारिश में गंगाजल लेकर निकले कांवड़िए,
बारिश से एम्स ऋषिकेश में पानी भर गया. जिससे डॉक्टरों और मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा. वहीं, भारी बारिश में भी कांवड़ियों का उत्साह कम नहीं हुआ. हालांकि, बारिश की वजह से शिव भक्तों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा. कमर तक पानी में भी कंधे पर कांवड़ लिए भक्त आगे बढ़ते दिखे.
राज्य में अब तक 5 दिनों के भीतर 12 लोगों की मौत हो चुकी है. जिसमें ज्यादातर हादसे पहाड़ी बोल्डर गिरने की वजह से हुई है. भारी बारिश में गंगाजल लेकर निकले कांवड़िएः बारिश की वजह से एम्स ऋषिकेश में पानी भर गया. जिससे डॉक्टरों और मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा.
पहाड़ो में हर तरफ भारी बारिश हो रही है. यह बारिश कई जगहों पर कहर बनकर बरस रही है. जिससे तबाही भी देखने को मिल रही है. प्रदेश में जगह-जगह बोल्डर और मलबा आने से सड़कें बाधित हैं. ऐसे में लोग जहां तहां फंसे हुए हैं. चारधाम यात्रा भी बुरी तरह से प्रभावित हो गई है. बारिश की वजह से हालात कमोवेश हिमाचल प्रदेश के जैसे हो गए हैं. जहां बारिश ने जमकर तबाही मचाई है.
उत्तरकाशी में चार यात्रियों की जान गईःउत्तरकाशी में गंगोत्री से लौट रहे यात्रियों के तीन वाहन मलबे की चपेट में आ गए. जिसमें चार यात्रियों की मौत मौके पर ही मौत हो गई. जबकि, कई यात्री घायल हो गए. उधर, अल्मोड़ा में भी एक शिक्षक की जान कार हादसे में चली गई. इसके अलावा कई जगहों पर लोग हादसे से बाल-बाल बचे हैं.
पौड़ी में 37 मोटर मार्गों पर यातायात ठपःपौड़ी में भारी बारिश के चलते जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है. बारिश के चलते पौड़ी में 37 मोटर मार्गों पर यातायात ठप है. डीएम आशीष चौहान ने श्रीनगर से सटे सिरोबगड़ पहुंचकर भूस्खलन क्षेत्र का जायजा लिया. इस मौके पर डीएम ने आपदा की घटनाओं की सूचना के लिए आपदा प्रबंधन केंद्र का जायजा लिया. जहां केंद्र में फैली अव्यवस्थाओं पर डीएम ने कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाई.
बागेश्वर में 10 गांव के मोटर मार्ग बाधित, करीब 20 हजार की आबादी प्रभावितःबागेश्वर जिले में मूसलाधार बारिश के चलते 10 ग्रामीण मोटर मार्ग जगह-जगह मलबा आने से बाधित है. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल की मानें तो सूपी झूनी मोटर मार्ग मलबा आने से बंद है, जिसके 20 जुलाई तक खुलने की संभावना है. काफलीकमेड़ा मोटर मार्ग, कंधार रौल्याना मोटर मार्ग, गरूड़ धैना मोटर मार्ग, हरसीला सीमा मोटर मार्ग, भयूं गुलेर मोटर मार्ग बंद चल रहे हैं. वहीं, बागेश्वर गिरेछीना मोटर मार्ग भी बोल्डर आने से बाधित है.