उत्तराखंड स्वास्थ्य – थर्ड वेव से निपटने को तैयार स्वास्थ्य विभाग, यही दावा है स्वास्थ विभाग अधिकारियों का
उत्तराखंड । देहरादून। कोराेना की थर्ड वेव आए या न आए. लेकिन, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का दावा है कि कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर और नए वैरिएंट ओमिक्रोन के प्रभाव से पार पाने के लिए वे तैयार हैं. डीजी हेल्थ डा. तृप्ति बहुगुणा ने मंगलवार को ओमिक्रोन वैरिएंट पर विशेषज्ञों के आकलन के आधार पर कहा कि कोरोना वायरस का यह नया वैरिएंट तेजी से संक्रमित करने की क्षमता रखता है. दावा किया, ओमिक्रॉन ने फिलहाल कोई गंभीर रूप नहीं लिया है. कई मरीज बिना लक्षण या हल्के और मामूली लक्षण के साथ ठीक हो रहे हैं। खास बात ये है कि अधिकतर को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ रही है।
डीजी हेल्थ ने बताया कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए सिटी से गांव तक समुचित तैयारियां की गई हैं. तैयारियों के लिए जनपद स्तर पर माक ड्रिल भी किए जा रहे हैं. महानिदेशालय की ओर से गठित राज्य स्तरीय टीम को जनपदों में भेजा जा रहा है. राज्य में शत-प्रतिशत नागरिकों का टीकाकरण (दोनों खुराक) का लक्ष्य जल्द प्राप्त कर लिया जाएगा. अब 15 से 18 आयु वर्ग के किशोरों का टीकाकरण भी शुरू हो गया है. वर्तमान में 11 लैब में कोरोना के सैंपलों की जांच हो रही है, इनकी प्रतिदिन की औसत क्षमता 15 हजार सैंपल जांच करने की है. ओमिक्रोन वैरिएंट की पहचान के लिए दून मेडिकल कालेज की लैब में जीनोम सीक्वेंसिंग की सुविधा उपलब्ध है।
-अब तक ओमिक्रॉन के 8 नए मामले
-इनमें पांच मरीज पूरी तरह ठीक
-शेष तीन स्वस्थ भी हैं
-अस्पतालों में 27 हजार 186 आइसोलेशन बेड
-सरकारी अस्पतालों में 27,186 आइसोलेशन बेड
-13,674 आक्सीजन सपोर्ट बेड
-2113 आइसीयू बेड
-1451 वेंटिलेटर उपलब्ध
-कोविड के मरीजों के लिए 532 एंबुलेंस तैनात
-ओमिक्रोन वैरिएंट के प्रभावी नियंत्रण के लिए 22,420 आक्सीजन सिलिंडर
-9,828 आक्सीजन कंसनट्रेटर
-71 आक्सीजन जनरेशन प्लांट कार्यशील
-17 आक्सीजन जनरेशन प्लांट का कार्य गतिमान