आदि कैलाश की पवित्र छाया में उत्तराखंड की पहली हाई-एल्टीट्यूड अल्ट्रा रन मैराथन का सफल आयोजन
देहरादून। उत्तराखंड राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में, राज्य की पहली हाई-एल्टीट्यूड अल्ट्रा रन मैराथन का सफल आयोजन आदि कैलाश के पवित्र और आध्यात्मिक धरोहर स्थल की पृष्ठभूमि में किया गया। इस ऐतिहासिक आयोजन को उत्तराखंड की साहसिक खेल क्षमता, प्राकृतिक धरोहर और पर्यटन संभावनाओं के लिए नए युग की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।
🏃 60 किलोमीटर की चुनौतीपूर्ण दौड़
यह 60 किलोमीटर लंबी अल्ट्रा रन मैराथन आदि कैलाश से प्रारंभ हुई, जिसमें देश के 22 राज्यों से 700 से अधिक धावकों ने भाग लिया।
ऊँचाई, कठोर मौसम और चुनौतीपूर्ण हिमालयी ट्रैक के बीच प्रतिभागियों ने अदम्य साहस, धैर्य और फिटनेस का अद्भुत प्रदर्शन किया। धावकों ने आयोजन को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए उत्तराखंड सरकार, जिला प्रशासन, आईटीबीपी तथा भारतीय सेना के सहयोग और उत्कृष्ट व्यवस्थाओं की जमकर प्रशंसा की।
🌟 मुख्यमंत्री ने दी बधाई और बताया “गर्व का क्षण”
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आदि कैलाश में पहली हाई-एल्टीट्यूड अल्ट्रा रन मैराथन के सफल आयोजन पर सभी प्रतिभागियों, आयोजनकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों को बधाई दी।
उन्होंने कहा, “यह आयोजन उत्तराखंड के लिए गर्व का क्षण है। आदि कैलाश जैसे पवित्र व आध्यात्मिक धाम में आयोजित यह ऐतिहासिक अल्ट्रा रन न केवल साहस और समर्पण की मिसाल है, बल्कि यह सीमांत क्षेत्रों में साहसिक पर्यटन और खेल संस्कृति को नई दिशा देगा। राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में यह आयोजन उत्तराखंड के उज्ज्वल भविष्य और असीम संभावनाओं का प्रतीक है।”
📈 पीएम मोदी के विजन को मिला प्रोत्साहन
प्रतिभागियों एवं स्थानीय लोगों ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आदि कैलाश आगमन के बाद इस क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों में तेजी आई है।
मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के विजन और उनके द्वारा आदि कैलाश में किए गए दर्शन के बाद इस संपूर्ण क्षेत्र में पर्यटन और आध्यात्मिक गतिविधियों को अभूतपूर्व प्रोत्साहन मिला है। राज्य सरकार भी उनके मार्गदर्शन में हिमालयी और शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु निरंतर कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने जोर दिया: “सीमांत क्षेत्रों का विकास हमारी प्राथमिकता है। अल्ट्रा मैराथन जैसे आयोजन न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति देते हैं, बल्कि युवा पीढ़ी में साहसिक खेलों के प्रति उत्साह भी पैदा करते हैं। आने वाले समय में उत्तराखंड साहसिक खेलों और पर्वतीय पर्यटन का वैश्विक केंद्र बनेगा।”
🎯 दूरगामी परिणाम वाला कदम
रजत जयंती वर्ष के अवसर पर यह आयोजन उत्तराखंड की ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में दर्ज हुआ है, जो राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में एडवेंचर टूरिज़्म और खेल संस्कृति को नई ऊँचाई प्रदान करेगा। आदि कैलाश जैसे पवित्र और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण स्थल से इस साहसिक पहल की शुरुआत को दूरगामी परिणामों वाला कदम माना जा रहा है।
इस अवसर पर सचिव पर्यटन, आईटीबीपी अधिकारी, जिला प्रशासन, पुलिस विभाग के अधिकारी एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। आयोजन के दौरान स्थानीय जनता में भारी उत्साह देखने को मिला और हज़ारों लोगों ने धावकों का उत्साहवर्धन किया।

