सतपाल महाराज ने की पर्यटक विभाग कार्यालय में बैठक
उत्तराखंड वार्ता: देहरादून, उत्तराखंड | देहरादून के गढ़ीकैंट स्थित पर्यटन विभाग के कार्यालय में अधिकारियों व 13 ज़िलों के डीटीडीओ के साथ बैठक में प्रतिभाग किया। बैठक में 13 ज़िलों के डीटीडीओ ऑनलाइन उपस्थित हुए। इसमें उत्तराखंड के समस्त जनपदों में स्थित प्राचीन मंदिरों का विवरण लेते हुए, पर्यटन व तीर्थाटन की दृष्टि से उनके प्रचार-प्रसार पर मंथन किया।
अधिकारियों को निर्देशित किया कि राज्य में आने वाले पर्यटकों एवं तीर्थयात्रियों को सभी प्राचीन व ऐतिहासिक मंदिरों की जानकारी दी जाए ताकि पर्यटन को बढ़ावा मिले। सभी डीटीडीओ ने अपने-अपने जनपदों में स्थित प्राचीन मंदिरों का विवरण दिया। पर्यटन की दृष्टि से अल्मोड़ा स्थित कुल 24 प्राचीन शिव मंदिरों को चिह्नित किया गया है। वहीं, भगवान विष्णु जी के कुल 16 मंदिरों को चिह्नित किया गया है।
प्राचीन नाग देवता मंदिरों, नवगृह सर्किट में मानिला देवी व अल्मोड़ा के कटारमल स्थित सूर्य मंदिर व नैनीताल में स्थित विश्व का एकमात्र प्राचीन मंदिर, जहां गुरु बृहस्पति की पूजा की जाती है इत्यादि मंदिरों को चिह्नित किया गया। अल्मोड़ा के चितई गोलज्यू व गैराण मंदिर, चंपावत स्थित गोलू देवता व नैनीताल के घोड़ाखाल स्थित गोलू मंदिर को पर्यटन की दृष्टि से चिह्नित किया गया है। पर्यटन को बढ़ावा मिले, इसके लिए सिखों के धार्मिक स्थलों, यहां के सिद्धपीठों, बुद्ध स्थलों व अल्मोड़ा के लखुडयार, पाताल रुद्रेश्वर आदि को चिह्नित करने का भी दिशा-निर्देश दिया।
बैठक में बताया कि महाराष्ट्र के माननीय राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी जी से मैंने आग्रह किया कि वह फिल्म निर्माताओं को उत्तराखंड की चर्चित हस्तियों जैसे श्री नैन सिंह रावत जी, श्री अजीत डोभाल जी, थारू व बोक्सा जाति, राजा मालूसाई आदि के जीवन पर फिल्म बनाने के लिए प्रेरित करें। इससे उत्तराखंड को व्यापक स्तर पर ख्याति मिलेगी।