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मुख्यमंत्री ने किया ‘‘सतर्कता—हमारी साझा जिम्मेदारी’’ जन जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ

देहरादून, 27 अक्टूबर।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को सचिवालय में ‘‘सतर्कता—हमारी साझा जिम्मेदारी’’ थीम पर आधारित जन जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ किया। यह राज्यव्यापी अभियान राज्य स्थापना दिवस, 09 नवम्बर 2025 तक चलाया जाएगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सत्यनिष्ठा की शपथ भी दिलाई।

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की भावना को साकार करने वाले लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि सरदार पटेल ने अपने जीवन का प्रत्येक क्षण भारत की एकता, अखंडता और सशक्त राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित किया। उनके जन्मदिवस के उपलक्ष्य में यह जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया है।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केवल भ्रष्टाचार-मुक्त भारत का संकल्प नहीं लिया, बल्कि उसे धरातल पर उतारने का कार्य भी किया है। उनके नेतृत्व में शासन-प्रशासन में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व की नई कार्यसंस्कृति विकसित हुई है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ भ्रष्टाचार के विरुद्ध प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। राज्य गठन के बाद से 339 भ्रष्ट अधिकारी एवं कर्मचारी रंगे हाथों गिरफ्तार किए गए हैं, जबकि पिछले तीन वर्षों में 78 भ्रष्टाचारियों सहित 27 अन्य व्यक्तियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।

उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने और पारदर्शी शासन व्यवस्था सुनिश्चित करने के उद्देश्य से राज्य में टोल-फ्री नंबर 1064 संचालित किया जा रहा है। इसके माध्यम से बीते तीन वर्षों में करीब दस हजार शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें 62 शिकायतों में ट्रैप एवं 4 मामलों में खुली जांच की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “राज्य में भ्रष्टाचार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो भी भ्रष्टाचार करेगा, वह सलाखों के पीछे होगा।” उन्होंने सभी विभागों को इस अभियान का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए।

इस अवसर पर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने कहा कि समाज और प्रशासन की मजबूती के लिए प्रत्येक कार्मिक का सत्यनिष्ठ, ईमानदार और अनुशासित होना आवश्यक है। कार्य के प्रति अनुशासन से ही भ्रष्टाचार स्वतः समाप्त होता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री धामी के मार्गदर्शन में राज्य में भ्रष्टाचार-मुक्त प्रशासन की दिशा में पिछले चार वर्षों में सराहनीय प्रयास किए गए हैं।

कार्यक्रम में डीजीपी दीपम सेठ, प्रमुख सचिव एल. फैनई, निदेशक सतर्कता वी. मुरूगेशन, सचिवगण एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

उत्तराखंड वार्ता

उत्तराखंड वार्ता समूह संपादक

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