उत्तराखंड

कुमाऊं के लिए दुःखद खबर -: छुट्टियां बिताकर ड्यूटी पर जा रहा जवान रास्ते में हो गया शहीद, परिजनों में मचा कोहराम, 3 बच्चों समेत हंसता खेलता परिवार को रोते बिलखते छोड़ गया सुनील

ड्यूटी के दौरान शहीद हुए रामनगर निवासी आसाम रायफल्स के सैनिक सुनील रावत आज पंचतत्व में विलीन हो गए। हजारों नम आंखों के बीच आज रामनगर स्थित श्मशान घाट में उनकी चिता को मुखाग्नि दी गई । इस दौरान हो रही धुआंधार बारिश से ऐसा लग रहा था कि मानो प्रकृति भी सुनील की शहादत पर जी भर कर रो रही है।
असम के गुवाहाटी से समूचे उत्तराखण्ड के लिए एक दुखद खबर सामने आ रही है जहां असम राइफल्स में तैनात जवान का आकस्मिक निधन हो गया है। मृतक जवान की पहचान सुनील रावत के रूप में हुई है। बताया गया है कि वह मूल रूप से राज्य के नैनीताल जिले के रामनगर क्षेत्र के रहने वाले थे। वह छुट्टियों खत्म कर अपनी ड्यूटी के लिए जा रहे थे इसी दौरान यह दुखद घटना घटित हो ग‌ई। जवान के आकस्मिक निधन की खबर से जहां उनके परिवार में कोहराम मचा हुआ है वहीं समूचे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़
सुनील मूल रूप से राज्य के नैनीताल जिले के रामनगर के भगुवाबंगर निवासी सुनील रावत भारतीय सेना की असम राइफल्स में कार्यरत थे, वर्तमान में उनकी तैनाती गुवाहाटी में थी। बताया गया है कि बीते 22 म‌ई को वह डेढ़ माह की छुट्टियों पर अपने घर आए हुए थे, बीते दिनों छुट्टियां समाप्त होने पर पुनः ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए जा रहे थे। परंतु गुवाहाटी के मरियानी स्टेशन पर ट्रेन से उतरते समय एकाएक वह अनियंत्रित होकर नीचे गिर गए और गंभीर रूप से घायल हो गए। जिस पर उन्हें सेना के
अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां बीते रोज उन्होंने अंतिम सांस ली। बता दें कि वह अपने पीछे पत्नी और 3 बच्चों समेत भरे पूरे परिवार को रोते बिलखते छोड़ गए हैं। उनकी पत्नी नीलम रावत निजी स्कूल में शिक्षिका हैं। उनके तीन बच्चों में 12 वर्षीय बेटी सोनल रावत, 9 वर्षीय बेटी आंचल रावत और 6 वर्षीय बेटा आरुष रावत शामिल हैं। वह वर्ष 2004 में असम राइफल्स में भर्ती हुए थे।

उत्तराखंड वार्ता

उत्तराखंड वार्ता समूह संपादक

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