आशाओं की मांग को विपक्ष का मिल रहा है साथ, प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह बोले उठाएंगे आशाओं के हक के लिए सदन में आवाज़
देहरादून। उत्तराखंड में आशाओं का आंदोलन अब राजनीति रंग में रंगता जा रहा है। राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी खुलकर आशाओं के समर्थन में आ खड़ी हुई है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कांग्रेस आशाओं को उनका हक दिला कर रहेगी।
आपको बता दें आज राजधानी देहरादून में आशाओं ने अपनी मांगों को लेकर सीएम आवास कूच किया। पुलिस ने उन्हें हाथीबडकला में बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया। जिस पर पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच नोकझोंक भी हुई। आशा बैरिकेडिंग के पास ही धरने पर बैठ गई।
नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा उत्तराखंड सरकार आशाओं से बहुत सारे काम ले रही है, लेकिन तीन साल से केंद्र व राज्य सरकार ने मासिक मानदेय में बढ़ोतरी नहीं की है। 10 हजार रुपये सम्मान राशि देने की घोषणा की थी, पर इस पर भी अमल नहीं किया गया।
नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने आशा कार्यकर्ताओं को राज्य कर्मचारियों की भांति समस्त सुविधा व मानदेय देने की मांग की। उन्होंने कहा आशाओं की अन्य मांगों स्वास्थ्य बीमा की परिधि में लाने, कार्य के दौरान मृत्यु होने पर आशा के परिवार को 50 लाख का बीमा और बीमार होने पर 10 लाख का स्वास्थ्य बीमा कोरोना काल में घर-घर जाकर अपनी जान जोखिम में डाल रहीं आशा कर्यकर्ता को सुरक्षा उपकरण और फ्रंटलाइन वर्कर की भांति सम्मान व मानदेय की मांगों को मानने के साथ 45 व 46 वें श्रम सम्मेलन की सिफारिशों को लागू करना चाहिए। नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा वह आगामी विधानसभा सत्र में आशाओं के मुद्दे को सदन में जोर शोर से उठाएंगे।
कांग्रेस सत्ता में आते ही आशाओं की सभी मागों को पूरा करेगी।